Once, a frog with her son and daughter were living in a pond. The mother frog was very fat and she was very pride for her body size. She was always boasting about her size to everybody including her children.
एक बार, एक मेंढक अपने बेटे और बेटी के साथ एक तालाब में रह रहा था। मेंढक की माँ बहुत मोटी थी और उसे अपने शरीर के आकार पर बहुत गर्व था। वह हमेशा अपने बच्चों सहित सभी के लिए अपने आकार के बारे में शेखी बघारती रहती थी।
One day the mother frog has gone outside the pond in search her food. At that moment a bull came to the pond to drink water.
एक दिन मेंढक माँ अपने भोजन की तलाश में तालाब के बाहर गई। उसी समय एक बैल तालाब में पानी पीने के लिए आया।
The frogs saw the bull and they became frightened and surprised. They have not seen such a huge animal in their life. When they saw the bull they became surprised. The bull drink water and went away.
मेंढकों ने बैल को देखा और वे डर गए और हैरान हो गए। इतना बड़ा जानवर उन्होंने अपने जीवन में नहीं देखा होगा। जब उन्होंने बैल को देखा तो वे हैरान रह गए। बैल पानी पीकर चला गया।
After a while the mother frog returns to the pond. The small frogs trust to their mother and explained what they have seen.
थोड़ी देर बाद मेंढक की माँ तालाब में लौट आती है। उन्होंने जो देखा है उसे बताया ।
The mother frog was very proud and she said no body is bigger her in this earth. Her children told the mother that the animal. They have seen in far bigger than her. And they didn’t believe anything to their mother.
मेंढक माँ को बहुत घमंड हुआ और उसने कहा कि इस धरती पर उससे बड़ा कोई शरीर नहीं है।उसके बच्चों ने माँ को बताया कि जानवर उससे कहीं बड़े है, और उन्होंने अपनी माँ की किसी बात पर विश्वास नहीं किया।
Listening all these matter the mother frog in hail air into her longs and expanded her body. She said was that animal bigger than her?
इन सब बातों को सुनकर, मेढ़क की माँ ने अपने पेट में हवा भर कर अपने आपको और मोटा कर लिया और उसने कहा कि क्या वह जानवर उससे बड़ा था? छोटे मेंढकों ने कहा, “वह जानवर तुमसे बहुत बड़ा था”।
The small frogs said, “That animal was much bigger than you”. The mother frog once again in hail air and expanded herself once again. The small frogs said, “No mother that animal was much bigger than you”. There after mother frog went dawn expanding her by in hail air. The children denied all the times. At last due to excessive of air her belly burst up and she died.
उसने एक बार फिर हवा अपने पेट में खीज कर पूछा। छोटे मेंढ़कों ने कहा, “नहीं माँ वह जानवर तुमसे बहुत बड़ा था”।
और मेंढकों की माँ ने अपने पेट में हवा भर्ती रही और बच्चे बार-बार मना करते थे। अंत में अत्यधिक हवा के कारण उसका पेट फट गया और उसकी मृत्यु हो गई।
Do not attempt the impossible.